फूलों की रंग-बिरंगी दुनिया

फूल, केवल नाम ही काफी है मुस्कान फेैलाने के लिए।फूलों से सजने के बाद घर हो या स्कूल हर जगह सुंदर लगने लगती है। बेला, गुलाब, जूही, गेंदा, चंपा, चमेली, कितने ही फूलों के नाम आपने सुने होगे। हमारे देश में करीब 15,000 तरह के फूलों की किस्में मिलती हैं। गुलाव, जुही ,गैंदा, गुड़हल ,कन्नेर,आदि कुछ एसे नाम है जिन्हैं ज्यादातर लोग रंग ,रुप और खुशबू से जानते होगें।आओ अब जाड़े का मौसम अर्थात पुष्पों के मौसम का आगाज होने ही वाला है तो तैयारी कर लें कुछ नये किस्म के फूलों की बगिया की तैयारी की जो इस मौसम में आपके घर को खुशनुमा बना देंगे। 
  1. Rose गुलाब---
    Plant
  2. A rose is a woody perennial of the genus Rosa, within the family Rosaceae. There are over 100 species and thousands of cultivars.Wikipedia
  3. RankGenus
राजा गुलाब------
लाल, पीले, गुलाबी, सफेद और न जाने कितने ही रंगों में खिलने वाला यह फूल अपने आप में बेहद ही खास है। अपनी मनमोहक खुशबू और दिल में बस जाने वाली खूबसूरती के कारण ही गुलाब फूलों का राजा कहलाता है। दुनिया में गुलाब की लगभग 100 प्रजातियां पाई जाती हैं। जिस तरह हम कीमती और खूबसूरत चीज को बचाने के लिए सुरक्षा का इंतजाम करते हैं, उसी तरह अपने इस खूबसूरत और नाजुक फूल को बचाने के लिए प्रकृति ने उसमें कांटे भी दिए हैं।
तुम सब जानते होगे कि अंग्रेजी में गुलाब को रोज कहते हैं। लेकिन गुलाब का यह इंग्लिश नाम फ्रांसीसी शब्द से आया। गुलाब की खूबसूरती के कारण इसे ज्यादातर सजावटी पौधे के तौर पर लगाया जाता है, साथ ही पूरी दुनिया में इसका व्यापार भी किया जाता है।

हम सभी को गुलाब की खुशबू बेहद पसंद होती है, इसलिए इससे तैयार होने वाले परफ्यूम की बाजार में बड़ी मांग है। इसकी पत्तियों की मदद से गुलाबजल बनाया जाता है। लेकिन क्या तुम्हारे गार्डन या तुम्हारी बालकनी में गुलाब है? अगर नहीं तो इसे लगाने की तैयारी में तुम अभी से जुट जाओ।

ऐसे लगाओ गुलाब- 

गुलाब का पौधा लगाना बेहद आसान है। तुम केवल ये 3 बातें ध्यान में रखो तो तुम्हारे पास अपना गुलाब का पौधा होगा-
सबसे पहले नर्सरी से अपनी पसंद के रंग का गुलाब का पौधा ले आओ।
पौधे को ऐसी जगह लगाओ, जहां उसे कम से कम 4 घंटे तक अच्छी धूप मिले।
रोजाना अपने गुलाब के पौधे को पानी दो।

 पौषण------

गुलाव को पौषण देने के लिए आपके घर में इस्तेमाल होने के बाद बची चाय की पत्ती गुलाव के लिए खाद का काम करती है ।अतः गुलाब की बगिया का महा आनन्द लेने के लिए चाय बनाने के बाद  की खराव पत्ती को एक बर्तन में इकठ्ठा करते रहें। एक दो माह में वह गल जाएगी और बढ़िया खाद का काम करेगी।

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